
1. लोअर-ऑर्डर में निराशाजनक प्रदर्शन (Lower‑order collapse)
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पहले टेस्ट में, भारत का लोअर ऑर्डर दोनों पारियों में कराह उठा – पहली पारी में 430/3 से 471 तक गिर पड़ा (7 विकेट सिर्फ 41 रन पर), दूसरी पारी में 333/4 से 364 तक (6 विकेट सिर्फ 31 रन पर) espncricinfo.com।
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कप्तान शुबमन गिल ने खुद स्वीकार किया कि लोअर-ऑर्डर contribution न होने की वजह से बढ़त संभल नहीं पाई ।
2. मेड फील्डिंग—छुटती हुई कैच और ढीली दीवार
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मैच में भारत की फील्डिंग बहुत कमजोर रही—यशस्वी जायसवाल ने अकेले चार कैच टपकाए, साथ ही कई अन्य खिलाड़ी भी महत्वपूर्ण मौके गंवाए ।
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गिल्ला ने कहा कि “एक भी ड्रॉप कैच टेस्ट का धुरी पल बदल सकता है” ।
3. बॉलिंग में असंतुलन और भरपूर प्रभाव का अभाव

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जसप्रीत बुमराह ने अच्छी शुरुआत की (पहली पारी में 5 विकेट दिए), मगर दूसरे इनिंग में वे असहाय रहे और शेष गेंदबाजों ने साथ नहीं दिया ।
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रविंद्र जडेजा की स्पिन भी इंग्लिश बल्लेबाज़ों के खिलाफ प्रभावहीन साबित हुई ।
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दूसरी पारी में बुमराह के विकेट न लेने से इंग्लिश ओपनर्स, especially Duckett और Crawley, स्ट्राइक रोटेट कर पाए ।
4. इंगलैंड की ‘बाज़बॉल’ रणनीति का आक्रामक आत्मविश्वास
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बेन स्टोक्स और ब्रैंडन मैकुलम की ‘बाज़बॉल’ रणनीति ने मैच को एक नए आयाम पर ले गए—187 रन की तेज शुरुआत, सिचुएशन को संभालना, और दबाव बनाए रखा ।
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जमैमी स्मिथ और जो रूट की धैर्यपूर्ण पारियाँ ने अंतिम 80 ओवरों में भारत का आत्मविश्वास तोड़ दिया ।
5. मानसिक दृष्टिकोण और तात्त्विक चूकों का संयोजन
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भारत ने गेम का नियंत्रण तो रखा, लेकिन रणनीतिक रूप से स्टेज पर दबाव बनाये नहीं, जैसे बचावात्मक फील्ड सेट करना, तेज गति से गेंदबाज़ी नहीं देना आदि ।
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एक अनुभवी टीम होने के बावजूद intensity गिर गई, और कप्तान गिल तथा कोच गैंबीर पर भी आलोचना उठी—फील्डिंग और चयन को लेकर ।
🔍India vs England 1st test 2025 संक्षेप में:
कारण | प्रभाव |
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मजबूत शुरुआत के बाद लोअर ऑर्डर गिरना | बड़े स्कोर नहीं बन पाए |
ढीली फील्डिंग, ड्रॉप हुए कैच | इंग्लैंड को मौका मिला |
गेंदबाज़ी का असंतुलन | दबाव नहीं बना |
इंग्लैंड की आक्रामक ‘बाज़बॉल’ नीति | आत्मविश्वास टोली भरा |
मानसिक कमजोरी और रणनीति की चूक | मैच खो गया |
इस प्रकार, भले ही भारत ने पांच सेंचुरी बनाई, लेकिन लोअर-ऑर्डर की ध्वस्तता, फील्डिंग की लापरवाही, गेंदबाज़ी की कमजोरी और रणनीतिक ढील ने इंग्लैंड को यह मैच जीतने का अवसर दे दिया। अगली टेस्ट (Edgbaston, 2–6 जुलाई) में इन्हीं क्षेत्रों पर सुधार करके भारत वापसी की कोशिश करेगा। watch highlight india vs england 1st test 2025

जसप्रीत बुमराह का विश्लेषण (IND vs ENG 1st Test, 2025)
✅ सकारात्मक पहलू:
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पहली पारी में दमदार प्रदर्शन
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5 विकेट लेकर इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी की रीढ़ तोड़ी।
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लाइन और लेंथ बेहद सटीक रही।
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बल्लेबाज़ों को स्विंग और यॉर्कर से परेशान किया।
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टेस्ट में कंट्रोल बनाए रखा
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बहुत कम रन दिए, इकॉनमी रेट 2.5 के करीब रहा।
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इंग्लिश बल्लेबाज बुमराह के खिलाफ जोखिम नहीं ले पा रहे थे।
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❌ दूसरी पारी में संघर्ष:
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विकेट नहीं निकाल पाए
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पूरे दिन गेंदबाज़ी के बावजूद कोई विकेट नहीं मिला।
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पिच धीमी हो गई थी, जिससे उनका बाउंस कम असरदार रहा।
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थकान और अकेला प्रदर्शन
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दूसरी इनिंग में बुमराह अकेले संघर्ष कर रहे थे।
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जडेजा और सिराज ने साथ नहीं निभाया, जिससे दबाव टूटा।
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फील्डिंग का साथ नहीं मिला
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उनके ओवरों में कैच छूटे, जिससे मैच का रुख बदल गया।
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🛡️ भारत की फील्डिंग: कहाँ गड़बड़ हुई?
❌ मुख्य समस्याएं:
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4+ कैच छोड़े गए
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यशस्वी जायसवाल ने 3-4 आसान कैच टपकाए।
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स्लिप में कैचिंग बहुत कमजोर रही।
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थ्रो और ग्राउंड फील्डिंग धीमी
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कई रन बचाए जा सकते थे, जो नहीं बचे।
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रन-आउट के मौके गंवाए गए।
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🧠 सुधार के सुझाव:
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स्पेशल फील्डिंग सेशन
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स्लिप कैचिंग, लो कैच, रिफ्लेक्स कैच पर काम हो।
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बेस्ट फील्डर्स को प्रमुख पोजिशन पर लगाना
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स्लिप में गिल, सूर्यकुमार, या शुभमन जैसे खिलाड़ी।
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थ्रो पावर और डायरेक्शन ड्रिल्स
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रन-आउट के मौके बनाने के लिए पावरफुल थ्रो प्रैक्टिस।
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फोकस और माइंडफुलनेस ट्रेनिंग
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🔚 निष्कर्ष:
बुमराह का प्रदर्शन शानदार रहा, लेकिन उन्हें दूसरे गेंदबाजों और फील्डरों का साथ नहीं मिला। अगर फील्डिंग बेहतर होती और दूसरे गेंदबाज़ भी बराबरी से प्रदर्शन करते, तो भारत ये मैच बचा सकता था।